Hath pakad le pagli
हाथ पकड ले पगली अभी तेरा हो सकता हूँ, भीड़ बहुत है खो भी सकता…
4 years ago
हद से बढ़ जाये तालुक तो गम मिलते हैं, हम इसी वास्ते अब हर शख्स…
प्यार किया बदनाम हो गए, चर्चे हमारे सरेआम हो गए, ज़ालिम ने दिल उस वक़्त…
आज #गुमनाम हूँ तो फासला रखा है मुझसे, कल #मशहूर हो जाऊँ तो कोई रिश्ता…
मुझे मालूम है कि ये ख्वाब झूठे हैं, और ख्वाहिशें अधूरी हैं… मगर जिंदा रहने…
इजहार कर देना अगर कुछ कहना हो…. वरना,, खामोशी उम्रभर का इंतजार बन जाती है