मेरे भाई जैसा ना हैं ना होगा कोई दूजा,
मैं आरती उतार के करू तेरी पूजा.
मन करे है भैया मैं उड़ के पास तेरे आ जाऊ
लेकर बलैया मैं तुझपे वारि वारि जाऊं
यू तो हजारों लोग मिल जायेगे
लेकिन हाथ पकड़कर चलना सिखाने
वाला भाई, बिना नसीब नही मिलता.
बहुत शानदार ये रिश्ता अपना है
जिन पे बस खुशियों का पेहरा हे
ना बुरी नजर लगे इस रिश्ते को
क्योंकि मेरा भाई सारे संसार से
प्यारा है.
पापा के बाद जिन्होंने घर की
कुल जिम्मेदारी निभाई हैं,
तेज इरादों से भरा हैं जों
ओर कोई नही मेरा बड़ा भाई हैं |
भाई-भाई का रिश्ता खास होता हैं,
अक्सर ये दिल के बहुत पास होता हैं,
रामायण और महाभारत का उदाहरण देख लो
जब भाई-भाई लड़ते है तो कुल का नाश होता है.
तेरे भाई के हाथों की लकीरें बहुत ख़ास हैं,
तभी तो तुम जैसा दोस्त हमारे पास हैं |
भाई पर रख विश्वास और ख़ुदा पर आस्था,
मुश्किल चाहें जैसी हो निकाल लेंगे कोई रास्ता
चेहरे पर तुम्हारे चाँद सा नूर हो,
सदा हर गम हर मुश्किल तुमसे दूर हो,
कामयाबी सदा तुम्हारे कदम चूमे,
जीवन में हम ना कभी एक दूसरे से दूर हो
आँखों में ‘शराफ़त’, चाल मी ‘नजाकत’
दिल में ‘सच्चाई’ और चहेरे में ‘सफ़ाई’
फिर क्यों न बोले
हर लड़की आपको ‘भाई’
सब से अलग हैं भैया मेरा
सब से प्यारा है भैया मेरा
कौन कहता हैं खुशियाँ ही सब होती हैं जहाँ में
मेरे लिए तो खुशियों से भी अनमोल हैं भैया मेरा
खुशनसीब है वो बहन जिसके हिस्से मे भाई का प्यार व साथ होता है,
चाहे कुछ भी हो हालात ये रिश्ता हमेशा साथ होता.
जब खुदा ने दुनिया को बनाया होगा
एक बात से जरूर घबराया होगा
कैसे रखूँगा ख्याल इतनी कुड़ियों का,
तब उस ने सब के लिए एक भाई बनाया होगा